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Laxmi Narasimha Das
India
เข้าร่วมเมื่อ 10 เม.ย. 2017
"जगत के लोग लोकप्रियता के लिए चेष्टाशील हैं, वास्तविक सत्य को जानने के लिए नहीं।जो अपने को धर्मप्रचारक के रूप में दिखा रहे है, वे मनुष्य को वास्तविक सत्य के प्रति उन्मुख न कर केवल उनके मन को संतुष्ट कर अपने अस्तित्व की रक्षा में ही व्यस्त हैं।इसीलिए सत्य का प्रचार नहीं हो रहा हैं।जबकि सत्यकथा बोलने अथवा सत्यकथा सुनने पर लोकप्रियता नहीं हो सकती"
श्रील भक्ति सिद्धांत सरस्वती ठाकुर प्रभुपाद
Contact: 8826118278
Email: laxmanrawal008@gmail.com
श्रील भक्ति सिद्धांत सरस्वती ठाकुर प्रभुपाद
Contact: 8826118278
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।।गोपी चन्दन की महिमा ।।द्वारिका धाम यात्रा 25.09.2024
।।गोपी चन्दन की महिमा ।।द्वारिका धाम यात्रा 25.09.2024
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วีดีโอ
।। 4 वस्तु भगवान को रोज़ अर्पित करना चाहिए।।
มุมมอง 1612 หลายเดือนก่อน
।। 4 वस्तु भगवान को रोज़ अर्पित करना चाहिए।।
।।भगवान श्रीकृष्ण की 2 प्रकार की मूर्ति।।
มุมมอง 832 หลายเดือนก่อน
।।भगवान श्रीकृष्ण की 2 प्रकार की मूर्ति।।
डीडीहाट,पिथौरागढ़ ( उत्तराखण्ड ) श्री श्री गौर निताई अभिषेक 05.08.2024
มุมมอง 6412 หลายเดือนก่อน
#pithoragarh #iskcon
कृष्ण के भक्त कभी नष्ट नहीं होते हैं….
มุมมอง 1034 หลายเดือนก่อน
कृष्ण के भक्त कभी नष्ट नहीं होते हैं….
वृन्दावन का भाव बहुत दुर्लभ है। श्रील रघुनाथ दास गोस्वामी जी कैसे भजन करते थे?
มุมมอง 2454 หลายเดือนก่อน
वृन्दावन का भाव बहुत दुर्लभ है। श्रील रघुनाथ दास गोस्वामी जी कैसे भजन करते थे?
।। नित्य सिद्ध परिकर श्रील गौर गोविन्द स्वामी महाराज जी।।
มุมมอง 987 หลายเดือนก่อน
।। नित्य सिद्ध परिकर श्रील गौर गोविन्द स्वामी महाराज जी।।
।।कुरुक्षेत्र में राधा और कृष्ण की दिव्य वार्तालाप।।
มุมมอง 1528 หลายเดือนก่อน
।।कुरुक्षेत्र में राधा और कृष्ण की दिव्य वार्तालाप।।
।। राजा परीक्षित और व्रजनाभ का संवाद ।।
มุมมอง 1379 หลายเดือนก่อน
।। राजा परीक्षित और व्रजनाभ का संवाद ।।
श्रीहरिसूरी जी द्वारा वर्णित यमुना जी के कृष्ण के प्रति भाव।।
มุมมอง 689 หลายเดือนก่อน
श्रीहरिसूरी जी द्वारा वर्णित यमुना जी के कृष्ण के प्रति भाव।।
।।मथुरा,वृन्दावन,द्वारिका,अयोध्या के भक्तों के भाव।।
มุมมอง 16610 หลายเดือนก่อน
।।मथुरा,वृन्दावन,द्वारिका,अयोध्या के भक्तों के भाव।।
।।तीन राउंड की ही कंठी धारण करनी चाहिए।।
มุมมอง 131ปีที่แล้ว
।।तीन राउंड की ही कंठी धारण करनी चाहिए।।
महान भक्त की कृपा से भक्ति नहीं मिलती है।
มุมมอง 75ปีที่แล้ว
महान भक्त की कृपा से भक्ति नहीं मिलती है।
॥शुद्ध रूपानुग गौड़ीय विचार॥ केवल गौड़ीय भक्तों के लिए
มุมมอง 72ปีที่แล้ว
॥शुद्ध रूपानुग गौड़ीय विचार॥ केवल गौड़ीय भक्तों के लिए
बदले की भावना से मुक्ति… महान भक्तों के गुण
มุมมอง 39ปีที่แล้ว
बदले की भावना से मुक्ति… महान भक्तों के गुण