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SHEKHAR
เข้าร่วมเมื่อ 14 มี.ค. 2013
वियोगी होगा पहला कवि, आह से उपजा होगा गान
निकलकर आँखों से चुपचाप, बही होगी कविता अनजान
सुमित्रानंदन पंत
निकलकर आँखों से चुपचाप, बही होगी कविता अनजान
सुमित्रानंदन पंत
PAGALPUR_THE SKIT ON THE FIRST DAY AT OFFICE_2ND JANUARY 2025
PAGALPUR_THE SKIT ON THE FIRST DAY AT OFFICE_2ND JANUARY 2025
มุมมอง: 184
วีดีโอ
Playing Akbar in a Sattire
มุมมอง 58หลายเดือนก่อน
A skit with Sattire on Demonetisation played in office
हिंदू तन मन हिंदू जीवन रग रग हिंदू मेरा परिचय
มุมมอง 453 ปีที่แล้ว
हिन्दू तन-मन, हिन्दू जीवन, रग-रग हिन्दू मेरा परिचय! मै शंकर का वह क्रोधानल कर सकता जगती क्षार-क्षार। डमरू की वह प्रलय-ध्वनि हूँ, जिसमे नचता भीषण संहार। रणचंडी की अतृप्त प्यास, मै दुर्गा का उन्मत्त हास। मै यम की प्रलयंकर पुकार, जलते मरघट का धुँआधार। फिर अंतरतम की ज्वाला से जगती मे आग लगा दूँ मैं। यदि धधक उठे जल, थल, अंबर, जड चेतन तो कैसा विस्मय? हिन्दू तन-मन, हिन्दू जीवन, रग-रग हिन्दू मेरा परिचय...
साथी मेरे ...तुम्हारे पास मेरा जो कुछ भी है उसे बचाना...
มุมมอง 264 ปีที่แล้ว
साथी मेरे ...तुम्हारे पास मेरा जो कुछ भी है उसे बचाना...
अब मैं सूरज को डूबने नहीं दूंगा : सर्वेश्वरदयाल सक्सेना की कविता
มุมมอง 2214 ปีที่แล้ว
अब मैं सूरज को डूबने नहीं दूंगा.. सर्वेश्वर दयाल सक्सेना अब मैं सूरज को नहीं डूबने दूंगा । देखो मैंने कंधे चौडे कर लिये हैं मुट्ठियाँ मजबूत कर ली हैं और ढलान पर एडियाँ जमाकर खडा होना मैंने सी लिया है । घबराओ मत मैं क्षितिज पर जा रहा हूँ । सूरज ठीक जब पहाडी से लुढ़कने लगेगा मै कंधे अडा दूंगा देखना वह वहीं ठहरा होगा । अब मैं सूरज को नहीं डूबने दूंगा । मैने सुना है उसके रथ में तुम हो तुम्हें मैं उ...
अधूरेपन का मसला ज़िन्दगी भर हल नहीं होता
มุมมอง 294 ปีที่แล้ว
अधूरेपन का मसला ज़िन्दगी भर हल नहीं होता कहीं आंखें नहीं होती कहीं काजल नहीं होता
मैं रुक तो जाता मगर मेरे पास लौटने की उम्मीद नहीं थी
มุมมอง 204 ปีที่แล้ว
मैं रुक तो जाता मगर मेरे पास लौटने की उम्मीद नहीं थी
हो काल गति से परे चिरंतन- कुमार विश्वास
มุมมอง 1.4K4 ปีที่แล้ว
हो काल गति से परे चिरंतन- कुमार विश्वास
भारतेंदु हरिश्चंद्र: साहित्य संसार: लोकसभा टीवी का कार्यक्रम
มุมมอง 874 ปีที่แล้ว
भारतेंदु हरिश्चंद्र: साहित्य संसार: लोकसभा टीवी का कार्यक्रम
Swatantryottar Hindi Sahitya Prishthabhoomi / स्वातंत्र्योत्तर हिंदी साहित्य- पृष्ठभूमि
มุมมอง 8934 ปีที่แล้ว
Swatantryottar Hindi Sahitya Prishthabhoomi / स्वातंत्र्योत्तर हिंदी साहित्य- पृष्ठभूमि
Swatantryottar Yug Riportaj etc / स्वातंत्र्योत्तर युग में अन्य गद्य विधाएं- रिपोर्ताज
มุมมอง 254 ปีที่แล้ว
Swatantryottar Yug Riportaj etc / स्वातंत्र्योत्तर युग में अन्य गद्य विधाएं- रिपोर्ताज
Aadhunik Kaal Ke Antargat Prayogwaad / आधुनिक काल के अंतर्गत प्रयोगवाद
มุมมอง 34 ปีที่แล้ว
Aadhunik Kaal Ke Antargat Prayogwaad / आधुनिक काल के अंतर्गत प्रयोगवाद
Chhayawadottar Kaavya aur Kavi / छायावादोत्तर काव्य और कवि
มุมมอง 1474 ปีที่แล้ว
Chhayawadottar Kaavya aur Kavi / छायावादोत्तर काव्य और कवि
Aman Akshar ki kavita hai ye
HAMARE HINDI KE LEKHAKHO KO DIL SE SELUTE ❤
धन्यवाद सर ❤🙏🏻
💕💕💕💕💕 book 📚📚📚
😊
Mannu ji ek honest aur self respect wali lady thee.unko naman,unke vyaktitve ke liye.
Rajnigandha aur Swami dono hi film achchi hai.
राजेंद्र यादव ने गलत किया Mannu जी के साथ 🙏🙏🙏🙏🙏🙏🙏❤❤❤
A very sad life towards the end. It tensed me.
हिंदी भाषा का इतना विशाल परिवार है,लेकिन साहित्यकारों के प्रति इस परिवार का उपेक्षा भाव हृदय को बेधता है।साहित्य साधना समर्पण की मांग करती है। हिंदी भाषा परिवार को अपने साहित्यकारों की चिंता करनी चाहिए।
Selute mannu ji
मेरे पिता।।।।।
He was close friend of my Grand father Sardar Basant Singh Bhadaur
❤
Very nice
😊😊😊😊
Good sir miss u
I am fane
He is doing good ,kind,noble works. May he live long.
🍒ਸਲਾਮ ਆਪ ਜੀ ਦੀ ਕਲਮ ਨੂੰ
Great 👍
यह कविता आप की है या रमेश शर्मा जी की है
बहुत सुंदर 👍...
वाह। अपलोड करने वाले भाई को आभार
Marvellous
Prolific writer
Born in sangrur belongs to Punjab state .
ਭਦੌੜ ਪਿੰਡ ਤੋਂ ਸੀ
@@Goldy242 ਗਿਆਨੀ ਗੁਰਦਿੱਤ ਸਿੰਘ ਜੋ ਮੇਰਾ ਪਿੰਡ ਦੇ ਲੇਖਕ ਹਨ, ਉਹ ਵੀ ਸੰਗਰੂਰ ਦੇ ਨੇ । ਪਰ ਦੋਵੇ ਜਿਸ ਮਾਣ ਸਤਿਕਾਰ ਦੇ ਹੱਕਦਾਰ ਸਨ, ਪੰਜਾਬ ਨੇ ਨ੍ਹੀ ਦਿੱਤਾ।
@@AmandeepKaur-tq3pe ਬਿਲਕੁਲ ਸਹਿਮਤ ਹਾਂ ਜੀ
Bhadaur, District Barnala, former District Sangrur, he was close friend of my Grandfather.
Kaise ambar ke prashno ka dharti par uttar paate
A gem of a person Satyarthi. This interview opened the wings of my soul listening to him. He was a walking dream one watches with eyes open. Havaon se likh tho havaon ke naam.
बहुत सुन्दर विडियो!प्रिय लेखक निर्मल वर्मा को करीब से देखना यकीनन सुखद है
I want this.
Sir aap Hindi teacher hai ??
Bhut sunder poem
Bahut acha sir
Thanks Pallavi
Its helpful.
जितना सुन्दर विश्लेषण , उतना ही भावपूर्ण कविता पाठ। साधुवाद।
धन्यवाद सर
What a rare inyerview
Nice 👍
Very nice Sir...keep it up👍👍
बहुत सारगर्भित, अर्थ बहुल और सोचने के लिए प्रेरित करता है।
कविता का भाव मेरी समझ से संयमित होने से ही हमारा दृष्टिकोण व्यापक होता है।जब दृष्टिकोण में ठहराव आयेगा तब ही मन पर भी नियंत्रण रखा जा सकेगा। पाठ इतना मर्म भेदी था कि भाव अपने आप सामने आ गये। इस प्रयास के लिए आपको साधुवाद।
Nice
Nice
Very nice,
केवल एक ही प्रतिक्रिया, बहुत सारगर्भित कविता जो केवल एक अद्भुत आनन्द देती है।
इस कविता में जीवन को एक प्रेरणा के रूप में प्रस्तुत किया गया है। मुझे Lord Tennyson की कुछ पंक्तियां स्मरण होती हैं thirty hills I hurry down, thirty bridges I crossed,men may come and men may go but I go on forever.हमेशा की तरह आपकी एक सुन्दर प्रस्तुति।
आपकी दृष्टिकोण , गहरी अनुत्तरित प्रश्न एवं सोच सराहनीय है। प्रयास गतिशील रहे।
हमारे प्रिय शायर की बहुत सुन्दर रचना
बहुत सुंदर