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SAATVIK SATYAM
เข้าร่วมเมื่อ 3 ก.ค. 2023
नमस्कार प्रिय दोस्तों, मेरा नाम सत्यम धीमान है और चैनल "सात्विक सत्यम" में आपका स्वागत है। दोस्तों यहां हम आध्यात्मिक ग्रन्थो को पढ़ने व समझने का प्रयास करेंगे, अगर आप आध्यात्म में रुचि रखते हैं तो आप हमारे साथ जुड़ सकते हैं, इसके अलावा यहां हम आध्यात्मिकता, जीवन और इस भौतिकवादी दुनिया के बारे में अपने दृष्टिकोण, अपने जीवन के अनुभवों और अपने विचारों को साझा करने का भी प्रयास करेंगें।
Hello dear friends, my name is Satyam Dhiman and welcome to the channel "SAATVIK SATYAM". Friends here we will try to read and understand spiritual texts, if you are interested in spirituality then you can join us, apart from this here we will also try to share our views, our life experiences and our thoughts about spirituality, life and this materialistic world.
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आत्मा क्या है ? | आत्मा का nature क्या है ? | आत्मा स्त्री है या पुरुष ? | आत्मा का size क्या है ?
प्रस्तुत वीडियो में हमने जाना है..Who am i ( मैं कौन हूं ? ) का वास्तविक और प्रमाणिक उत्तर। जिसका प्रमाण है वेद, उपनिषद् और दर्शनशास्र, इन सभी वैदिक शास्त्रों के आधार पर हमने "आत्मा के वास्तविक स्वरूप को जानने का प्रयास किया है।
हमने पहले भी आत्मा से संबंधित कुछ बातों को जानने का प्रयास किया है जिनका लिंक यहां नीचे दिया गया है, जिसको भी आत्मा के विषय में वास्तविक और सटीक ज्ञान चाहिए उसको ये विडियोज अवश्य देखने चाहिए।
आत्मा क्या है, आत्मा के क्या लक्षण है, who am i ?
th-cam.com/video/V1jPy1dVfCQ/w-d-xo.htmlsi=PbOAMdkkCAZPl4us
जो तू दिखता है वो तू है नहीं और जो तू है वो तू दिखता नहीं, तू क्या क्या नहीं है ?, Who am i ?
th-cam.com/video/pTzeHcv57rc/w-d-xo.htmlsi=pwM_kqOsNoc0lb8f
जो अपने से संबंधित इन बातों को नहीं जानता वो वास्तव में कुछ भी नहीं जानता, Who am i ?
th-cam.com/video/N-9QzCeiKUo/w-d-xo.htmlsi=Dztq5MDFMJvD4Vot
#upnishad #geeta #darshan #philosophy #spirituality #soul #spirit #spiritual #atma #aatmgyan #mindset #fivesenses #about #sanatandharma #vedicdharma #vedicliterature #aryasamaj #pureknowledge #whoami #whoiam #hindu #om #omchanting #ommeditation #radhakrishna #radha
हमने पहले भी आत्मा से संबंधित कुछ बातों को जानने का प्रयास किया है जिनका लिंक यहां नीचे दिया गया है, जिसको भी आत्मा के विषय में वास्तविक और सटीक ज्ञान चाहिए उसको ये विडियोज अवश्य देखने चाहिए।
आत्मा क्या है, आत्मा के क्या लक्षण है, who am i ?
th-cam.com/video/V1jPy1dVfCQ/w-d-xo.htmlsi=PbOAMdkkCAZPl4us
जो तू दिखता है वो तू है नहीं और जो तू है वो तू दिखता नहीं, तू क्या क्या नहीं है ?, Who am i ?
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जो अपने से संबंधित इन बातों को नहीं जानता वो वास्तव में कुछ भी नहीं जानता, Who am i ?
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มุมมอง: 170
วีดีโอ
अगर आत्मा है तो फिर दिखाई क्यों नहीं देती ? | आत्मा क्या है ? | Who am I | Upnishad | spirituality
มุมมอง 412วันที่ผ่านมา
प्रस्तुत विडियो में हमनें यह जानने का प्रयास किया है कि "हम कौन हैं ?" / "मैं कौन हूं ?" हमारा वास्तविक स्वरुप क्या है ? जो कोई भी साधक अपने विषय में जानना चाहता है ये वीडियो उसकी कुछ न कुछ सहायता अवश्य करेगी। #spirituality #upnishad #motivation #soul #aatma #mundakopanishad #sanatandharma #vedicliterature #mind #prashnopanishad #ishopanishad #kenopanishad #kathopanishad #mandukyaupanishad #who...
जो तू दिखता है वो तू है नहीं और जो तू है वो तू दिखता नहीं | Who am I | kon hun me | Who I am | aatma
มุมมอง 1.3K14 วันที่ผ่านมา
#spirituality #upnishad #soul #aatma #mundakopanishad #sanatandharma #motivation #vedicliterature #mind #prashnopanishad #omchanting #aum #aumyoga #ommeditation #om #whoami #astrology #mandukyaupanishad #motivation #question
ओ३म् ही क्यों हैं परमात्मा का निज और प्रमुख नाम ? | Importance of Aum | Om chanting | Om meditation
มุมมอง 1.5K14 วันที่ผ่านมา
नमस्तुभ्यं 🙏 इस वीडियो में हमने यह जानने का प्रयास किया है कि "ओ३म्" ही परमात्मा का निज और प्रमु नाम क्यों हैं ?, इस नाम को ही इतना महत्व क्यों दिया गया है वेदों में ? ओंकार से संबंधित अन्य विडियोज.. ओंकार का ध्यान रहस्य विडियो लिंक th-cam.com/video/E4mvycZeWR8/w-d-xo.htmlsi=OSeBvajKPqvl-Mo_ ओम का वास्तविक शुद्ध स्वरुप अकार , उकार, मकार, विडियो लिंक th-cam.com/video/cgjjVuNV_q0/w-d-xo.htmlsi=zq...
मोक्ष तक पहुंचाने के लिए बस ओ३म् ही काफ़ी है | ॐ ओ३म् का वास्तविक अर्थ | om chanting | om meditation
มุมมอง 1.3K21 วันที่ผ่านมา
प्रस्तुत विडियो में हमनें परमात्मा के सर्वोत्तम नाम "ओ३म्" नाम के बारे में समझने का प्रयास किया है साथ ही साथ उसका जो वास्तविक अर्थ है वह भी हमनें देखने का प्रयास किया है। प्रश्नोपनिषद् में वर्णित ओंकार/ ओ३म् रहस्य विडियो लिंक th-cam.com/video/E4mvycZeWR8/w-d-xo.htmlsi=qPnZcI-MTABAmArN माण्डूक्योपनिषद में वर्णित ओंकार/ ओ३म् की मात्राएं विडियो लिंक th-cam.com/video/cgjjVuNV_q0/w-d-xo.htmlsi=tlwp...
ओ३म् के वास्तविक शुद्ध स्वरुप को जानने वाले समस्त बंधनों से मुक्त हो जाते हैं | om chanting | AUM
มุมมอง 2.3K21 วันที่ผ่านมา
प्रस्तुत विडियो में हमनें माण्डूक्योपनिषद् की सहायता से ओउम् के शुद्ध स्वरुप व उसकी मात्राओं के बारे में जानने का प्रयास किया है, ओउम् तीन मात्राओं से मिलकर बना एक अक्षर है जिसमें समस्त संसार निहित है ये समस्त संसार इसी अक्षर की व्याख्या है, फैलाव है, प्रदर्शनी है। ओउम् या ओंकार परमात्मा का निज नाम है। अ उ म=ओउम्, बना है। अ, अकार को, उ, उकार को, म, मकार को संदर्भित करता है जोकि ओंकार की मात्राए...
आत्मा की "तुरीय" अवस्था तक पहुंचने वाले ही जीवनमुक्त हो पाते हैं | Mandukya Upnishad | Turiya stage
มุมมอง 1.5Kหลายเดือนก่อน
#spirituality #upnishad #soul #sanatandharma #prashnopanishad #aatma #mind #motivation #vedicliterature #mundakopanishad #mandukyaupanishad #motivation
सोते समय आत्मा कहां चली जाती है | Sleepling stage | 4 Quarters of the Soul | Mandukya Upnishad | Aum
มุมมอง 256หลายเดือนก่อน
#spirituality #upnishad #sanatandharma #prashnopanishad #vedicliterature #soul #aatma #motivation #mind #mundakopanishad #sleeping #awakening #dreaming #fivesenses
इस वजह से मनुष्य को स्वप्न आते है | Why do we see Dreams ? | Dreaming stage of Soul | Upnishad | Aum
มุมมอง 205หลายเดือนก่อน
इस वजह से मनुष्य को स्वप्न आते है। Why do we see Dreams ? Dreaming stage of Soul. Mandukya Upnishad Four quarters of the soul. 1. Awaking 2. Dreaming 3. Sleeping 4. Turiya sapne kyu aate hai,sapne kyu aate hai,sapne kyo aate hai hindi me,sapne mai saap kyo dikhta hai,dream kyu aate hai,hum sapne kyu dekte hai,aadami sapne kyu dekhta hai,insan sapna kyu dekhta hai,sapne,hum sapne kyu aate hai,dr...
खुद से संबंधित इन बातों को नही जाना तो कुछ भी नहीं जाना | 4 Stages of Soul | Mandukya Upnishad | Aum
มุมมอง 1.3Kหลายเดือนก่อน
In this video we discussed about the four stages of soul. That 4 stages are.. 1.Awaking 2.Dreaming 3.Sleeping 4.Salvation Specially in this video we have seen awaking stage of soul in the reference of Body and cosmos. #soul #stage #parmatama #awakening #dreaming #sleeping #om #mandukyaupanishad
क्या आत्मा ही परमात्मा है ? | Is the soul itself God ? | माण्डूक्योपनिषद | Mandukya Upnishad | Brahm
มุมมอง 666หลายเดือนก่อน
#mandukyaupanishad #upnishad #aatma #parmatama #om #aum #omchanting #ommantra
4 बजे कैसे उठे | How to wake up early in the morning | जिनको ब्रह्मचर्य पालन करना है वो जरूर देखें।
มุมมอง 244หลายเดือนก่อน
#earlymorning #wakeup #brahmcharya #motivation #sleep #4am #sunrise #saatviksatyam
प्रवचन, तर्क वितर्क और अध्ययन से उसको नही पाया जा सकता | Mundakopanishad 3.2 | Spirituality | Aatma
มุมมอง 343หลายเดือนก่อน
प्रवचन, तर्क वितर्क और अध्ययन से उसको नही पाया जा सकता | Mundakopanishad 3.2 | Spirituality | Aatma
तुम अकेले ही हो 😊 #alone #alonestatus #lonlystatus #motivation #lifelessons
มุมมอง 74หลายเดือนก่อน
तुम अकेले ही हो 😊 #alone #alonestatus #lonlystatus #motivation #lifelessons
एक दृष्टा तो एक भोक्ता कौन है ये दो पक्षी | Mundaka Upnishad | Satyamev Jayate | God | soul | nature
มุมมอง 569หลายเดือนก่อน
एक दृष्टा तो एक भोक्ता कौन है ये दो पक्षी | Mundaka Upnishad | Satyamev Jayate | God | soul | nature
प्रणव(ॐ) के द्वारा ही उस ब्रह्म को जाना जा सकता है | Mundaka Upnishad | Upnishad Gyan | Spirituality
มุมมอง 392หลายเดือนก่อน
प्रणव(ॐ) के द्वारा ही उस ब्रह्म को जाना जा सकता है | Mundaka Upnishad | Upnishad Gyan | Spirituality
जो कुछ भी है सब उसी के कारण है | Reason behind it all | Mundaka Upnishad | Spirituality | Parmatama
มุมมอง 263หลายเดือนก่อน
जो कुछ भी है सब उसी के कारण है | Reason behind it all | Mundaka Upnishad | Spirituality | Parmatama
क्या पूजा-पाठ, कथा, हवन इत्यादि कर्मकाण्ड करना बेकार है ? | Mundaka Upnishad | Karmkand | Upasana
มุมมอง 359หลายเดือนก่อน
क्या पूजा-पाठ, कथा, हवन इत्यादि कर्मकाण्ड करना बेकार है ? | Mundaka Upnishad | Karmkand | Upasana
अगले सात जन्म भी नष्ट हो जाते हैं ऐसे लोगों के | Yagya | Hawan | Agnihotra | Mundaka Upnishad | Aum
มุมมอง 2682 หลายเดือนก่อน
अगले सात जन्म भी नष्ट हो जाते हैं ऐसे लोगों के | Yagya | Hawan | Agnihotra | Mundaka Upnishad | Aum
Apara Vidhya & Para Vidhya | Physical Science & Spiritual Science | Preya Marg & Shreya Marg
มุมมอง 742 หลายเดือนก่อน
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किसको जानने से यह सब कुछ जाना जा सकता है ? | Mundakopanishad | Upnishad | Angira Rishi | Sonak | Aum
มุมมอง 3.6K2 หลายเดือนก่อน
किसको जानने से यह सब कुछ जाना जा सकता है ? | Mundakopanishad | Upnishad | Angira Rishi | Sonak | Aum
क्या है ब्रह्म की 16 कलाओं का रहस्य ? | Prashanopanishad 6 Question | Upnishad | 16 कलाएं | 5 Senses
มุมมอง 1.5K2 หลายเดือนก่อน
क्या है ब्रह्म की 16 कलाओं का रहस्य ? | Prashanopanishad 6 Question | Upnishad | 16 कलाएं | 5 Senses
ओउम् का ध्यान करने वाले इस लोक में जाते हैं | Om Chanting | Prashanopanishad | Om meditation | Aum
มุมมอง 1.4K2 หลายเดือนก่อน
ओउम् का ध्यान करने वाले इस लोक में जाते हैं | Om Chanting | Prashanopanishad | Om meditation | Aum
जो कुछ भी है सब किसमें प्रतिष्ठित है सबका आधार कौन है ? | Prashanopanishad | Upnishad | Mind | Soul
มุมมอง 1.3K2 หลายเดือนก่อน
जो कुछ भी है सब किसमें प्रतिष्ठित है सबका आधार कौन है ? | Prashanopanishad | Upnishad | Mind | Soul
क्या मन ही है जो सोता है और स्वप्न भी देखता है ? | Prashanopanishad | Doubt - solution | Mind | Atma
มุมมอง 5912 หลายเดือนก่อน
क्या मन ही है जो सोता है और स्वप्न भी देखता है ? | Prashanopanishad | Doubt - solution | Mind | Atma
कोई नही बतायेगा इन गूढ़ प्रश्नों के बारे में | Best of Prashanopanishad | kon sota hai, kon jagta ha
มุมมอง 10K2 หลายเดือนก่อน
कोई नही बतायेगा इन गूढ़ प्रश्नों के बारे में | Best of Prashanopanishad | kon sota hai, kon jagta ha
जो भी प्राण की इन गतियों को जान लेगा वह मृत्यु के बाद भी अमर हो जायेगा | Prashanopanishd | Upnishad
มุมมอง 3.3K2 หลายเดือนก่อน
जो भी प्राण की इन गतियों को जान लेगा वह मृत्यु के बाद भी अमर हो जायेगा | Prashanopanishd | Upnishad
पंच प्राणों का रहस्य प्राण, अपान, समान, व्यान, उदान | Prashanopanishad | Upnishad | Spirituality
มุมมอง 7542 หลายเดือนก่อน
पंच प्राणों का रहस्य प्राण, अपान, समान, व्यान, उदान | Prashanopanishad | Upnishad | Spirituality
प्राणपति की महिमा | Prana in embryo in human | Importance of Prana | Prashanopanishad | Upnishad
มุมมอง 2.2K2 หลายเดือนก่อน
प्राणपति की महिमा | Prana in embryo in human | Importance of Prana | Prashanopanishad | Upnishad
Who is the one who holds universe | Importance of Prana | Five Senses | 5 Great elements | Upnishad
มุมมอง 2.7K2 หลายเดือนก่อน
Who is the one who holds universe | Importance of Prana | Five Senses | 5 Great elements | Upnishad
Thx bro nice
मेरे प्यारे भैया आपने किसी विडियो बताया गया था। "आत्मा" एक ही होती हैं। यदि "आत्मा" का साइज़ anu के बराबर होता है, इसका मतलब "आत्मा" अनेक हो गये ? मार्ग दर्शन करें
@@Jagatdarpan आत्माएं अनेक हैं, ईश्वर एक है।
Jaishree, radhey
Bandichor, sahebjiko, sahib, bandage, saheb
Sat, sahib, sahib, bandage, saheb
Jaisatnam, sahebji
Sahib, bandage, saheb
Grt
Very informative. Noble use of internet!❤
me kon hoon answer [[ me ]] ahankar matra hai [[ kon ]] jaane ki iccha hai dono ko tyag do ab jo bachta hai vhi hai
Buddha ka Pratityasamutpad bhi read kro bhai aatma bhi nhi hoti
Bhai tere villege ka kya naam h
शुभ संध्या। बहुत अच्छा विडियो। कृपया यह बताने की कृपा करें कि आपने दाहिने हाथ में जो धारण किये हुए हैं वो क्यों और किसलिए है।
वो प्रेम के धागे है जो मेरी बहनों द्वारा बांधे गए हैं जो मैंने स्वयं नहीं खोले, जब खुलेंगे स्वतः ही खुल जायेंगे।
❤🙏👍 साधुवाद। मैं क्या है। Being, Isness, आत्म या मैं क्या है। नेती नेती एकदम आसान है। एकदम से नहीं बल्कि अलग अलग अंगों को निहारें। और विचार करें कि आप कौन सा अंग हैं। क्या आप मस्तिष्क है। क्या आप हृदय हैं, विचार हैं, मन हैं, या कौन सा अंग हैं आप। या इससे अलग कुछ और है आप।वह क्या है जो मृत्यु के बाद भी रहेगा और जो जन्म से पहले भी था, और अब भी लगातार है। पैदा होने से लेकर अब आज भी है जो वह क्या है। इत्यादि इत्यादि। नेती नेती। अंत में जो बचेगा, उसका अनुभव बताएगा कि आप मात्र भगवान हैं। Nothing but God आप मात्र ब्रह्म है। Nothing but God। यही पूर्ण आनंद है। संपूर्ण आनंद हो आप। परम आनंद हो आप।
Hey satyam would love to do podcast with you, please let me knw what you think ?
Thank you for giving me this opportunity but I am unable to do the podcast right now.
@@Saatviksatyam ok np.. but still can we connect ?
हम शरीर नहीं है तो क्या है यदि मन शरीर नहीं है तो फिर हम क्या है यदि आत्मा है तो उसे जाने वाला कौन है जो हमारे अंदर जान रहा है वो कौन है जो नींद मे जनता है मे सोया वो कौन है उस जानने वाले को जाना के लिए क्या करें इस मे साधक उलझ सकता है क्यू की आप स्वानुभाव से जाने के लिए हमें अभ्यास करना है
शीघ्र ही वीडियो आने वाला है जिसमें हम जानेंगे कि हम/मैं कौन है/हूं। कृपया प्रतिक्षा करें। 🙏
Buddha ka Pratityasamutpad read kro answer mil jayega TH-cam search kr lena
Satyam bhai kya aapko aatamgyan hua h. ??
नहीं हुआ है यह किताबों से पढ़ कर बोल रहे है स्वनुभाव से नहीं बोला जा रहा है
देखिए मैं यह तो नहीं कहूंगा कि मैं आत्मज्ञानी बन गया हूं या मुझे पूर्ण रूप से आत्मज्ञान हो गया है लेकिन इतना जरूर कहूंगा कि एक साधक हूं, साधना कर रहा हूं। ईश्वर कृपा रही तो एक दिन आत्मज्ञान भी हो ही जाएगा। ऋषियों ने जो बातें कहीं और जो वेदों के आधार पर हैं, वही ज्ञान स्वाध्याय के जरिए जानकर, समझकर, तर्क की कसौटी पर कसकर ही आप लोगों तक प्रेषित कर रहा हूं। देखिए किसी भी चीज के वास्तविक स्वरूप को जानने हेतु दो चीज बेहद जरूरी हैं, एक वास्तविक ज्ञान (शाब्दिक ज्ञान) जो वेदों पर आधारित हो, सत्य हो, उसको जानना। और दूसरा उस शाब्दिक ज्ञान को पाने के बाद अपनी साधना द्वारा उसको प्रमाणित करना। जब हम ऐसा स्वयं के स्तर से अपने शाब्दिक ज्ञान को अनुभव कर लेंगे तभी हमें किसी भी वस्तु के वास्तविक स्वरूप का भान होगा, इसे ही तत्व ज्ञान कह सकते हैं और तत्व ज्ञान तक ही हमको पहुंचना है। पर समस्या यह है कि आज के समय में लोगों को शाब्दिक ज्ञान भी वास्तविक नहीं है विशेष रूप से आध्यात्म के बारे में, और अगर है भी तो वह वेदों के आधार पर, ऋषियों के आधार पर नहीं है। अंधविश्वास और पाखंड बहुत है। लोग उसी में उलझे हुए हैं वो सत्य को स्वयं के स्तर से जानना ही नहीं चाहते, वो अपने वेदों, उपनिषद तथा दर्शनों और उन पर आधारित ग्रन्थों का स्वाध्याय करना नहीं चाहते इसलिए वह वास्तविक शाब्दिक जान से भी वंचित रह जाते हैं और विपरीत ज्ञान (अविद्या) का शिकार हो जाते हैं। मेरा उद्देश्य है कि मैं लोगों को वास्तविक ज्ञान तक ले जाऊं, वास्तविक ज्ञान भी क्या ? जो ऋषियों ने हमें बताया, जो वेदों में परमात्मा ने हमें बताया अर्थात जो पूर्ण रूप से वेदों पर आधारित हो जो वैदिक हो। मैं जो कुछ भी बोलता हूं प्रमाण के साथ बोलता हूं अपनी तरफ से कुछ नहीं बोलता। वेदों, उपनिषद और दर्शनों के आधार पर जो बातें बताई गई हैं वही आप लोगों तक प्रेषित कर रहा हूं। धन्यवाद एक साधक (सात्विक सत्यम) ओउम् 🙏🏻
Bahut acchi baat kahin apne ❤❤❤
Sir Etna janneke bad vi anubhabame nehni atahai,fir sarir abhimani hotahai,plz answer me sir
@@sunilkumarsahu-x9u क्योंकि सब कुछ शाब्दिक स्तर तक ही सीमित बनके रह गया है, हमनें क्या सही है क्या गलत ये केवल शाब्दिक स्तर पर तो जान लिया है पर व्यवहार में हम नही ला पाए इसलिए अभिमान भी होता है हमें लगता है की हमें तो सब पता है लेकिन हम भूल जाते है मात्र जान लेना काफ़ी नहीं अपितु जान कर, समझ कर, अपने व्यवहार, अपने जीवन में उतारना भी आवश्यक है अन्यथा सब कुछ जो भी जाना है सब व्यर्थ ही है। 🕉️🙏
Mera pyas kelie me kyakaru aphi Mera margdarshan Karie guruji
बहुत सुंदर
Jay guruji.pranam.❤❤
Brother mera tratak dhyan ke baad BP high hogaya abhi thik hu par thoda thoda high hota hai iskelye koi upay bataye
स्वस्थ और संतुलित आहार का सेवन करें, नियमित व्यायाम करें, ध्यान और योग करें, स्वाध्याय करें, बाकि आप अपने अनुसार देख सकते है।
@@Saatviksatyam thanq
Video bahut achcha Laga
Aare Bhai jaldi bata kal subhe panvel jana hai
ऐसा है भाई तेरी सारी बात सही है, लेकिन इसकी उत्त patti कैसे वो हम बतायेंगे। शिव जी ने त्रिसूल बनाया जिससे वो काम करते थे। तो जब वो किसी काम को करते हुए ज्यादा ताकत लगाते थे तो मुह से आवाज निकलती थी ओ ओ ओ ओ म। और ये कोई भी व्यक्ति ताकत लगाता है किसी चीज पर तो सबकी निकलती है , और इसके निकलने से सवतः ताकत बढ़ जाती है। तो जो आस पास के लोग थे उन्होंने इसको कॉपी करना शुरू किया और त्रिसूल को ओम का नाम दे दिया। के ये त्रिशूल ओम है। अब सब घर में त्रिशूल रखने लगे। तो उसको एक अलग प्रकार का शक्ति वाला यंत्र मानने लगे और उसको दीवार पर दो खूंटियों पर रखने लगे ताकि उसमें जंग ना लगे। अब जब उसको उठा कर कहीं बाहर शिकार या अपने बचाव के लिए लेकर जाते थे तो उसके सामने हाथ जोड़कर ओम बोलते थे। उनको लगता था ओम कोई शक्ति है। तो उस त्रिशूल को रखते रखते उसका साइज छोटे हो गये जो पूजा के लिए इस्तेमाल होने लगे और उनकी पीछे की डंडी भी घूमाव दार बना दी के देखने में सुंदर और टांगने मे भी आसानी हो। ये इसी तरह है जैसे तलवार और चाकू। बड़ा जो है वो त्रिशूल रह गया छोटा ओम बन गया। त्रिशूल और ओम एक ही चीज है। ओम के ochharan से मानसिक शक्ति आती है जो शरीरिक शक्ति मे भी कंवेर्ट हो जाती है और शांति मे भी। खाना खाकर उठने मे भी मुह से ओम निकल जाता है, बोरी उठाने मे जब ताकत लगती है तब भी ओम निकल जाता है और आराम से लेटते समय भी। तो ये बिल्कुल सही है की ये एक धवनि है जो अपने आप हमारे मुह से निकलती है। ये हमको पूरे बृह्मांड की हर चीज से जोड़ती है जिससे हमको ताकत मिलती है हर किस्म की। हम सब कुर्सी मेज, पानी, सूर्य, बृह्मांड सब एक ही चीज से बने और सब जीवित है। और सबके अंदर विचार और एनर्जी है। तो ओम के ochharan से जो बराबर मे मिट्टी भी पड़ी वो भी हमको सहायता करती है हमारे कर्म विचार मे। जिसमें गति और ऊर्जा वो सब जीवित है, अणु में गति भी होती है और ऊर्जा भी, किसी भी अणु के नाभि मे proton की संख्या बदलते ही पदार्थ बदल जाता है, यानी वो पदार्थ वो पदार्थ है हि नही सब proton, electron, neutron का खेल है। तो हम सब एक ही है। तो ओम की धवनि से ऊर्जा हमारी ऊर्जा को repair करती है। बाकी दुनिया क्या कहानी बनाती है हम नही जानते।
Doing great work Satyam.God bless you🎉
The speaker has made a good exercise to explain the meaning of OM Now it is upto audience how to experience the God hidden within every one. Where there is absolute peace and bliss that state is to be realised within you through shravan Manan and Nidhi dhyasan and finally merging within yourself.
उ ,? की व्याख्या सही ni है 🙏 प्रभु
😊
जन्म महत्वपूर्ण नहीं है ऐसे घर में नहीं प्रभु इश्का सही अर्थ ये होगा कि वो योगी कुल में प्रवेश पाता है 🙏। ऐसा महापुरुष वेदवित है जो सम्पूर्ण वेदों को जानता है। सम्पूर्ण अध्यात्म को जानता है 😊 🙏 आप लिखा हुआ बता रहे में अनुभव के आधार पे ब्यक्त कर रहे।।
अकार+उकार+मकार , के बाद उस तत्व का सार है 🙏 जो अनिर्वाचनीय हैं जिसे कोई वाणी में ब्यक्त नहीं कर सकता।। वो निः अक्चर सत्ता हैं 🙏।।
प्रणाम 🙏 आप को आप ज्ञानी है बस यू ही देखते देखते आप की वीडियो आ गई तो। सुनने लगा गलती से कमेंट कर बैठे।। आप की मुस्कान भरी स्टीकर देखा तो रिप्लाई करने को दिल हुआ सो कर दिया
Jai guru dev
❤👌❤
Eska anubhav h Y tino avasthaa m h
Turiya awasth mukti ki awastha nahi hai .Aap galat bol rahen hain . Pura jyan hone ke bad wyakhyan den . Adh jal gagri chhalkat jay .
Aum Jai Gurudev 🙏🙏🙏
जाग्रत, स्वप्न, सुषोपती,तुरय,इनका स्वयं, सिरदारा।। तुर्यअतितभाव साक्षी भुमा लेष लगे ना लिगारा।।।
जय श्री राम ❤❤❤❤❤
Gay shire ram
👌🙏
swapna na ane ka karan kya ho sakta hai?
Hari Om
आपको सुखकर मन को शांती का अनुभव आता है
Bhai ek dum sahi kha
Mai Naya subscriber hu
👌
प्रभु जी:- जय सीताराम 🙏 आपके जो किताब है उनका नाम बताने कि कुर्पा करें
@@Jagatdarpan एकादशोपनिषद।
First like and First coment🕉
Ap ko kuch pta nhi hai aap hi ho brhma
Atma parmatma ek hi hai. Baki sab man hai. But isko Mai nahi janta hun.
@@Dinesh-el4ek आत्मा और परमात्मा एक नही है ये दो भिन्न चेतन तत्व है। बाकी सब मन नही हैं, मन एक जड़ वस्तु है जोकि आत्मा का एक साधन है यह अंतरचतुष्टीय( मन, बुद्धि, चित, अहंकार) में से एक है। जिसका कार्य है, मनन करना और संकल्प विकल्प करना।
Aapka Lok prapt karna kya hai. ?Mujhe Exams pass karna hai promotion ke liye bt padhne ka time Bahut Kam hai.
Kya?man kabhi mar sakta hai? 🙏
@@Dinesh-el4ek मन सुक्ष्म शरीर के अंतर्गत आता है और सूक्ष्म शरीर मृत्यपर्यंत भी रहता है, जब तक मोक्ष नही हो जाता तब तक ये पीछा नही छोड़ता, जब मोक्ष हो जाता है तब ये मन सुक्ष्म शरीर सहित प्रकृति में विलीन हो जाता है।
मेरे प्यारे छोटे भाई आप को आत्मज्ञान की बहुत ही ज़रुरत है आत्म ज्ञान के बिना नर यानी जीव भटकता रहता है अतः आप से अनुरोध करता हूं कि आप युटुब चैनल ।।।कहत कबीर सुनो भाई साधो।।। पर आत्म ज्ञान की सत्संगों को एक नंबर से सुनो जी तुम मेरे मालिक के प्रेमी बन जावोगे जी