- 217
- 58 307
Ka The Art Cafe
India
เข้าร่วมเมื่อ 28 มิ.ย. 2018
साखी, प्रेमचंद साहित्य संस्थान और 'क' कला दीर्घा का साझा चैनल। साहित्य, कला एवं संस्कृति संबंधी कार्यक्रमों की झलकी देने के लिए प्रतिश्रुत।
Remembering Ustaad Zakir Hussain sahab with Praveen Uddhav ji on Tabla Day
Remembering Ustaad Zakir Hussain sahab with Praveen Uddhav ji on Tabla Day
มุมมอง: 3
วีดีโอ
Charath Bhikkhave Yatra - October 16 - Day Two at Nalanda and Rajgir
มุมมอง 10212 ชั่วโมงที่ผ่านมา
Charath Bhikkhave Yatra - October 16 - Day Two at Nalanda and Rajgir
Charath Bhikkhave Yatra - Day One at Bodh Gaya
มุมมอง 13314 วันที่ผ่านมา
Charath Bhikkhave Yatra - Day One at Bodh Gaya
DR. WANGCHUK DORJEE NEGI | Lecture in Sarnath
มุมมอง 11621 วันที่ผ่านมา
DR. WANGCHUK DORJEE NEGI | Lecture in Sarnath
गगन गिल जी की कविता । अँधेरे में बुद्ध । चरथ भिक्खवे
มุมมอง 3621 วันที่ผ่านมา
गगन गिल जी की कविता । अँधेरे में बुद्ध । चरथ भिक्खवे
Charath Bhikkhave Yatra - Day One at Sarnath
มุมมอง 90หลายเดือนก่อน
Charath Bhikkhave Yatra - Day One at Sarnath
रंजना अरगड़े - पुस्तक लोकार्पण । सारनाथ में समापन समारोह। चरथ भिक्खवे
มุมมอง 132หลายเดือนก่อน
दिनांक: 24 अक्टूबर, 2024
ज्ञानेंद्र पति जी की कविता । सारनाथ के प्रांगण में । चरथ भिक्खवे
มุมมอง 280หลายเดือนก่อน
ज्ञानेंद्र पति जी की कविता । सारनाथ के प्रांगण में । चरथ भिक्खवे
डॉ. शुभनीत कौशिक । इतिहासकार । चरथ भिक्खवे यात्रा
มุมมอง 163หลายเดือนก่อน
डॉ. शुभनीत कौशिक । इतिहासकार । चरथ भिक्खवे यात्रा
सितांशु यशश्चन्द्र | गुजराती कवि | चरथ भिक्खवे यात्रा के लिए संदेश
มุมมอง 38หลายเดือนก่อน
सितांशु यशश्चन्द्र | गुजराती कवि | चरथ भिक्खवे यात्रा के लिए संदेश
Political Scientist and Academician Shubha Rao sharing her best wishes for Charath Bhikkhve Yatra.
มุมมอง 452 หลายเดือนก่อน
Political Scientist and Academician Shubha Rao sharing her best wishes for Charath Bhikkhve Yatra.
Dr. Sarita Budhu, Chairman of Bhojpuri Speaking Union, Mauritius.
มุมมอง 502 หลายเดือนก่อน
Dr. Sarita Budhu, Chairman of Bhojpuri Speaking Union, Mauritius.
चरथ भिक्खवे यात्रा के लिए राम सुधार जी का शुभकामना संदेश
มุมมอง 403 หลายเดือนก่อน
चरथ भिक्खवे यात्रा के लिए राम सुधार जी का शुभकामना संदेश
इलाहाबाद विश्वविद्यालय के प्रोफ़ेसर संतोष भदौरिया का चरथ भिक्खवे यात्रा के लिए संदेश
มุมมอง 523 หลายเดือนก่อน
इलाहाबाद विश्वविद्यालय के प्रोफ़ेसर संतोष भदौरिया का चरथ भिक्खवे यात्रा के लिए संदेश
Anil Kumar Singh ki "Hiqarat Bhara Samay"
มุมมอง 353 หลายเดือนก่อน
Anil Kumar Singh ki "Hiqarat Bhara Samay"
Ashtbhuja Shukla on Charath_Bhikhave #चरथ_भिक्खवे यात्रा पर अष्टभुजा शुक्ल
มุมมอง 634 หลายเดือนก่อน
Ashtbhuja Shukla on Charath_Bhikhave #चरथ_भिक्खवे यात्रा पर अष्टभुजा शुक्ल
Bharatiya Gyan Parampara Mein Kabir ka Avadan भारतीय ज्ञान परम्परा में कबीर का अवदान
มุมมอง 1544 หลายเดือนก่อน
Bharatiya Gyan Parampara Mein Kabir ka Avadan भारतीय ज्ञान परम्परा में कबीर का अवदान
दिगम्बर विद्रोहिणी अक्क महादेवी - सुभाष राय
มุมมอง 1307 หลายเดือนก่อน
दिगम्बर विद्रोहिणी अक्क महादेवी - सुभाष राय
Abid Surti’s story behind becoming a writer
มุมมอง 269 หลายเดือนก่อน
Abid Surti’s story behind becoming a writer
Unheard Stories behind the creation of Dhabbu Ji comics
มุมมอง 7379 หลายเดือนก่อน
Unheard Stories behind the creation of Dhabbu Ji comics
Vihag Vaibhav ki Kavita padhte huye Anshu Priya
มุมมอง 173ปีที่แล้ว
Vihag Vaibhav ki Kavita padhte huye Anshu Priya
इस चर्चा से कामायनी को नए आलोक में समझने का अवसर मिला । दोनों आचार्यों को नमन और साधुवाद ।
दोनों विद्वानों को सादर प्रणाम। बहुत ही सुन्दर विमर्श।
सारगर्भित और सुंदर विवेचन। सादर प्रणाम 🙏🏻
अति सुन्दर , सारगर्भित व धड़ल्ले दार भाषण! ❤🎉
बहुत सुंदर, सार्थक , प्रभावी
बहुत प्रभावशाली बहुत बहुत बधाई 🎉
बहुत बढ़िया मैम। हार्दिक अभिनंदन।
❤ सुन्दर प्रस्तुति , साधु, साधु, साधु
Dhnebad
बहुत शानदार पाठ। बहुत बहुत बधाई।
Very nice
Nice 👌🎉
Shandar Shubhneet ji❤
कामायनी पर विमर्श से स्रोता बहुत समृद्ध हुए।उसे समझने की नयी दृष्टि मिली।
सकुशल निर्विघ्न तथागत बुद्ध महायात्रा के संपन्न होने पर सभी सहयात्री भाई बहनों के लिए बधाई! शुभकामनाएँ!!जीवन चलने का नाम!!!
सुंदर वचन
बुद्धम् शरणं गच्छामि
कामायनी मानवीय सभ्यता का मार्गदर्शन
🙏🙏🙏👍👍
बहुत धन्यवाद सिंह सर जी👏👏
कामायनी विकसन शील महाकाव्य है
मेरी दृष्टि में भी प्रसाद ही प्रथम राष्ट्र कवि हैं।❤❤
प्रसाद का नाट्य सृजन बिल्कुल नया आरंभ था।
प्रसाद के काव्य का मूल स्वर वेदांत है।
Sarita is one of the last experts on this culture in the diaspora of Mauritius. She is doing very rich archiving work. I wish you continued strength, health, and inspiration
Oral lecture on such serious topics becomes boring with somany irrelevant examples .we require to the point discussion on the topic. With the help of well prepared written notes. As we teach in class room. Pl.dont take other wise
बहुत सुन्दर। दोनों विद्वानों को सादर प्रणाम🎉
कामायनी को समझने के लिए सुंदर विमर्श
गांधी कह रहे हैं मुझे अंग्रेजियत से नफरत है एकदम सफेद झूठ है । खुद तो लंगोटी पहना लेकिन अंग्रेजियत को ही बढ़ावा दिया ।
❤❤❤
kamayani ko is tarah se dekhana ....adwitya hai..... bahut sundar sir
❤❤❤❤❤
बहुत ज्ञानवर्धक चर्चा रही। चर्चा के आरम्भ में गाँधी जी का कथन कि उन्हें अँगरेज़ों से नहीं अँगरेज़ियत से नफ़रत है, गम्भीरतापूर्वक विचारणीय है। आज तो हर क्षेत्र में अँगरेज़ियत ही हावी है। सॅर की व्याख्या मौलिक है।
अंग्रेजियत और कोलोनियल हैंग ओवर दिख ही जाता है।
बहुत कुछ जानने और सीखने को मिला। एक नए दृष्टिकोण और साहित्य के बहुत से पहलु खोलने के लिए धन्यवाद ✨
बाबुजी को चरणस्पर्श
समृद्ध हुए हम 🙏
That's my friend Sherin 👏
Kya shandar camera work hai 🤓
सुंदर कविता का सुंदर पाठ सर !🌺
सादर चरण स्पर्श गुरुजी ❤ सार्थक सुव्यवस्थित शोधपरक व्याख्यान है... हमारे कबीर।
सादर प्रणाम मैम ❤
सार्थक और रोचक।बधाई अनेक💐👌
💐💐💐💐💐💐
❤❤❤
दोनो ही विद्वान् अपने समय के चिन्तक है. दोनों को सुनना सच में हमारा सोभाग्य है.
प्रोफेसर विजय बहादुर सिंह कामायनी की व्याख्या को भावुक व्याख्या की ओर ले गए हैं, दूसरे शब्दों में कहें तो यह अवसरवादी व्याख्या है। जिस चेतना को प्रोफेसर जी भारतीय चेतना कह रहे हैं वास्तव में वह ब्राह्मणवादी चेतना है जो अभिजात्य की अभिव्यक्ति है। लोक का ज्ञान होना और उसका रचना में प्रयोग होना दोनों बातों में अंतर है। 'नारी तुम केवल श्रद्धा हो विश्वास-रजत-नग पगतल में / पीयूष-स्रोत-सी बहा करो /जीवन के सुंदर समतल में' 'नारी केवल श्रद्धा हो' केवल श्रद्धा ही क्यों? 'नग पगतल में' नारी 'पगतल' में ही क्यों रहेगी।
बहुत सुंदर आख्यान ! आपको बहुत बहुत बधाई ! सादर
विजयबहादुर सिंह जी भारतीय मेधा और प्रज्ञा के आचार्य हैं। जितनी गहनता से आचार्य ने प्रसाद और कामायनी को समझाया है, वह दुर्लभ है। वंदन है इस तरह के श्रद्धेय आचार्य को।
बहुत शानदार वक्तव्य सर 💐💐
AAP dono ki baatchit kamayani ki samiksha bahut bahut sarahniy hai.🙏🙏🙏🙏🙏